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Ayurveda believes that there are only two controllable factors  for health and disease – Ahara (food) and Vihara (life style). Life style means the routines including sleeping pattern, exercises, nature of work, habits, bath, etc. Food and routines planned according to the individual constitution (prakruthi) and health status help to prevent possible health problems and to improve the sense of well-being. At Eureka Labs we are a bunch of people who have been trying to fulfill your health requirements by delivering quality products manufactured by a team of Ayurvedic experts.Our services also apply patient-care-driven testing approaches, establish clinically proven test utilization strategies, and advance the integration of community health care delivery. आयुर्वेद के अनुसार स्वास्थ्य और रोग के दो नियंत्रणीय कारक है - आहार (भोजन) और विहार (जीवनशैली). जीवनशैली का तात्पर्य है दैनिक दिनचर्या सोने का तरीका, व्यायाम, काम करने का तरीका, आदतें आदि। भोजन और दिनचर्या व्यक्ति की संरच...

गर्मी में ना खाएं ये 10 फूड, नहीं तो होगी तबियत खराब

मई का महीना आ चुका है और गर्मियां अपने परवान पर हैं। इन गर्मियों में अगर आपको स्‍वस्‍थ रहना है तो, भूल कर भी बताए गए फूड को ना खाएं नहीं तो तबियत खराब हो सकती है

मई का महीना आ चुका है और गर्मियां अपने परवान पर हैं। इन गर्मियों में अगर आपको स्‍वस्‍थ रहना है तो, भूल कर भी बताए गए फूड को ना खाएं नहीं तो तबियत खराब हो सकती है। जी हां, सर्दियों के मुकाबले हमें गर्मियों में पेट की दिक्‍कत ज्‍यादा होती है इसलिये वही खाइये जो आराम से बिना तकलीफ के हजम हो सके।

40 और 45 डिग्री की गर्मी में हमें ऐसे आहार खाने से बचना चाहिये जो हमारे शरीर को अंदर से गरम करेंगे। यदि आपने तेल, मसाला या नॉन वेज चीजों का सेवन बंद नहीं किया तो आपकी बॉडी की गर्मी बढ़ेगी और आपको ध्‍यान लगाने में दिक्‍कत, उल्‍टी, नींद से जुड़ी समस्‍याएं या फिर थकावट लगेगी। तो जब तक मौनसून ना आ जाएं, तब तक अपनी जुबान पर कंट्रोल रखें और समर फ्रेंडली फूड ही खाएं। इसके साथ ही ढेर सारे फल और खूब पानी पिएं। तो आइये अब जानते हैं वे 10 फूड जो आपको गर्मियों में भूल कर भी नहीं खाने चाहिये।







नॉन वेज ना खाएं

 किसी भी तरह का नॉन वेज फूड गर्मियों में कभी नहीं खाना चाहिये। इससे पेट खराब होगा, डायरिया होगा जिससे शरीर का सारा पानी निकल जाएगा।






भुने हुए फूड

 भुने हुए आहार जैसे तंदूरी आइटम पूरे भारत में मशहूर हैं। लेकिन इनसे शरीर की गर्मी भी बढ़ती है और गैस्‍ट्रिक की समस्‍या आती है।







ऑइली और जंक फूड

 बर्गर, पिज्‍जा, फ्रेंच फ्राइज और ऐसी ही अन्‍य तली हुई चीजें आपके पेट को खराब कर सकती है। इससे आपको फूड प्‍वाइजनिंग भी हो सकती है।






चाय या कॉफी 

दोंनो ही चाय और कॉफी शरीर का तापमान बढाते हैं इसलिये अच्‍छा होगा कि गर्मियों में इसका सेवन थोड़ा कम कर दें।






सूखे मेवे

 हांलाकि सूखे मेवे सेहत के लिये काफी अच्‍छे माने जाते हैं लेकिन गर्मियों में नहीं।






आम 

गर्मियो में भला कोई आम से कैसे दूर रह सकता है। लेकिन ज्‍यादा आम खाने से शरीर की गर्मी बढती है और फिर चेहरे पर पिंपल्‍स भी आना शुरु हो जाते हैं।





सॉस

 गर्मियों में चीज़ से भरे सॉस ना खाएं। इनमें ढेर सारी कैलोरीज़ हेाती है जो कि आपके पेट को भरा भरा होने का एहसास दिलाएंगे। अगर खाना ही है तो घर पर टमाटर की चटनी बना कर खाएं।






शराब 

यह आपको कैफीन से भी ज्‍यादा नुकसान करेगा। गर्मियों में यह आपके शरीर का सारा पानी निचोड़ लेगा।






रोटियां 

गर्मियों में रोटियां खाने से हाजमे की दिक्‍कत हो जाती है क्‍योंकि यह जल्‍दी हजम नहीं होती। साथ ही यह पेट की गर्मी भी बढाती है इसलिये अच्‍छा होगा कि आप इनके बदले चावल खाएं।

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